सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है, आँख खुलते ही दिल में आपकी याद होती है, खुशियों के फूल हों आपके आँचल में, ये मेरे होंठों पे पहली फ़रियाद होती है। सुप्रभात...!

थोड़ा छेड़ना, थोड़ा बहलाना थोड़ा मस्ती करना, थोड़ा बाहों में झुलाना कुछ इस तरह से तुम मुझे, हर रोज जगाना...!

आपकी सुबह इतनी सुहानी हो जाये, दुखों की सारी बातें आपकी पुरानी हो जायें, दे जाये इतनी खुशियां यह नया दिन, कि ख़ुशी भी आपकी दीवानी हो जाये...!

सपनों के जहाँ से अब लौट आओ, हुई है सुबह अब जाग जाओ, चाँद तारों को अब कह के अलविदा, इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ...!

सुबह को सताना अच्छा लगता है सोये हुए को जगाना अच्छा लगता है जब याद आती है किसी की तो उसे भी अपनी याद दिलाना अच्छा लगता है...!